श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ समारोह, जो कि 15 से 21 अप्रैल तक पूरी के श्रीस्वामीनारायण मुख्य मन्दिर, कोणार्क-पूरी मेरीन ड्राइव रोड स्थित प्रांगण में आयोजित होने वाला है, में गोपालन, गोसंवर्धन, गोविज्ञान, गो अर्थशास्त्र आधारित मार्गदर्शन एवं श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण-कीर्तन में सम्मिलित होना चाहते हैं, उन्हें ट्रेन टिकट या हवाई जहाज़ टिकट बुकिंग के लिए निम्नलिखित एजेन्सियों से संपर्क करना चाहिए:
आईये हम सब मिल कर गाय माता के लिए संकल्प लें
सुबह 9 से 11 बजे तक
दोपहर 11:30 से 1:30 बजे तक
15 अप्रैल से 20 अप्रैल तक
ट्रेन टिकट के लिए सुभाष जी: 9831017824 हवाई जहाज़ टिकट के लिए अभिषेक जी: 9983942062 पंजीकरण के लिए: 9230535952 हमें भुगतान के लिए Gpay /Phone Pay नंबर: 8320245961 इस अवसर पर गोप्रेमी, गोपालक, गोभक्त और भगवत भक्त सभी मिलकर समाज के लिए एक उपयोगी कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जिसमें गो संरक्षण, गो विज्ञान, गो अर्थशास्त्र आधारित मार्गदर्शन दिया जाएगा और श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण-कीर्तन में भी
इस सप्ताह ज्ञान यज्ञ समारोह में गोमाता के महत्व एवं संरक्षण के बारे में भी चर्चा की जाएगी। इस समारोह में संस्कृति एवं धर्म के महत्वपूर्ण संदेशों का भी विस्तार से विचार किया जाएगा। यज्ञ समारोह के दौरान श्रीस्वामीनारायण मुख्य मंदिर में रहने के लिए भी आप आवंटित रूम बुक करवा सकते हैं। आप इस समारोह में शामिल होकर अपने जीवन में एक नई ऊर्जा एवं ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। इस सप्ताह के दौरान पूरी शहर में बड़ी संख्या में भक्तों का आगमन होगा, इसलिए आपको अपनी यात्रा के लिए अगले सप्ताह से पहले ही बुकिंग करवा लेनी चाहिए। यह समारोह भारतीय संस्कृति एवं धर्म को समर्पित है और आपको इसमें शामिल होने से बहुत सारा आनंद एवं ज्ञान प्राप्त होगा।
इस अवसर पर गोप्रेमी, गोपालक, गोभक्त और भगवत भक्त सभी मिलकर समाज के लिए एक उपयोगी कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जिसमें गो संरक्षण, गो विज्ञान, गो अर्थशास्त्र आधारित मार्गदर्शन दिया जाएगा और श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण-कीर्तन में कार्यक्रम में भाग लेने के इच्छुक लोगों को उपरोक्त संपर्क विवरण का उपयोग करना चाहिए। गोपालन, गोसंवर्धन, गोविज्ञान और गो अर्थशास्त्र आधारित मार्गदर्शन के साथ-साथ श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण-कीर्तन में भाग लेने से आप अपनी आत्मिक शांति बढ़ा सकते हैं और अपने जीवन में आनंद और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।
देशी गाय के उत्पादों का निर्माण बड़े पैमाने पर किया जाता है जो बहुत सारे लोगों को रोजगार का मौका प्रदान करता है। इससे लोग अधिक महंगे उत्पादों से बचते हैं और उन्हें उत्पादों के लिए कम पैसे खर्च करने की व्यवस्था होती है। देशी गाय के उत्पादों का उपयोग करके अधिक आय कमाई जा सकती है। इन उत्पादों का विपणन करने से अधिक लोगों को रोजगार का मौका प्रदान किया जा सकता है और उन्हें उनके परिवारों का पालन-पोषण करने में मदद मिल सकती है।
भारत की अर्थव्यवस्था में देशी गाय के गोबर, गोमूत्र, दूध, दही, घी ईत्यादि का उपयोग
भारत की अर्थव्यवस्था में देशी गाय के गोबर, गोमूत्र, दूध, दही, घी ईत्यादि पन्चगव्यों एवं आयुर्वैदिक जड़ी-बूटियों के आधार पर नई ऊंचाइयों पर ले जाना संभव है। देशी गाय हमारी संस्कृति एवं जीवनशैली का एक महत्वपूर्ण अंग है। गोमूत्र और गोबर के अलावा, देशी गाय से निकलने वाले दूध, दही और घी भी हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। आयुर्वैदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग भी हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इन जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल दवाओं के रूप में होता है, जो विभिन्न बीमारियों के इलाज में मददगार होते हैं। इन जड़ी-बूटियों के विकास एवं उत्पादन में भी अधिकतर लोगों को रोजगार का मौका मिलता है।
देशी गाय से मिलने वाले उत्पादों का उपयोग अधिकतर लोगों द्वारा किया जाता है जो इन उत्पादों को अपनी दैनिक जीवनशैली का हिस्सा मानते हैं। गोबर और गोमूत्र के उपयोग से लगभग सभी क्षेत्रों में उत्पादों का निर्माण किया जाता है, जैसे कि इंडस्ट्री, गृह उद्योग आदि। इन उत्पादों की व्यापक उपलब्धता भी उन्हें लोगों के पास पहुंचने में मददगार होती है और लोगों को अधिक विकल्पों के साथ अधिक महंगे उत्पादों से बचने में मदद मिलती है।
देशी गाय के उत्पादों का विपणन करने से न केवल देश की अर्थव्यवस्था में उन्नति होती है बल्कि देश के लोगों के स्वास्थ्य को भी सुधारा जा सकता है। आयुर्वेद में देशी गाय के उत्पादों का बहुत महत्व होता है। इन उत्पादों का उपयोग करने से लोग बीमारियों से बच सकते हैं और इन उत्पादों से निर्मित औषधियों से उनकी दवाइयों के खर्च में भी कमी आ सकती है। देशी गाय के उत्पादों का उपयोग करने से जल भंडारण की समस्या भी कम हो सकती है। गोमूत्र के उपयोग से बहुत सारे उत्पाद बनते हैं, जिनसे न केवल लोगों को फायदा होता है बल्कि पौधों को भी पोषण मिलता है। इससे पौधों की वृद्धि होती है जो उनके ऑक्सीजन उत्पादन में मददगार होती है और इससे वायु प्रदूषण की समस्या भी कम हो सकती है।
रीस्वामीनारायण मुख्य मन्दिर
प्रागंण कोणार्क-पूरी
मेरीन ड्राइव रोड़, पूरी, ओडिशा
फ़ोन: 9230535952, 8320245961